युगवेदा अंगूरासव (Yugveda Angoorasav)


युगवेदा अंगूरासव एक क्लासिकल आयुर्वेदिक दवा है जिसका मुख्य घटक अंगूर (Grapes) है | युगवेदा अंगूरासव एक आयुर्वेदिक टॉनिक है जिसके सेवन से शरीर में ताकत आती है | समान्य दुर्बलता और भूख की कमी के लिए बहुत ही उपयोगी दवा है | Like us on Facebok

            युगवेदा अंगूरासव अंगूर से बना आसव है, इसके सेवन से कफ कम होता है और अन्य आसव की तरह यह पित्त बढ़ाकर पाचन को दुरुस्त करता है | यह मूख्य रूप से राजयक्ष्मा, फेफड़े का क्षय रोग और कफ रोगों में लाभप्रद है | इसके सेवन से कमजोरी, पाचन की कमजोरी, सिरदर्द, अरूचि और कब्ज़ की समस्या में लाभ होता है | आप इसे हैल्थ टॉनिक की तरह उपयोग में ले सकते हैं | यह शरीर को ताकत और सहनशक्ति प्रदान करता है |
            अंगूर दुनिया के सबसे लोकप्रिय फलों में से एक है | अंगूर हृदय, आँखों, मस्तिष्क, रक्त और जोड़ों के लिए अच्छा होता है | यह एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और फाइबर का स्त्रोत होता है | अंगूर आवश्यक विटामिन और खनिजों की आपूर्ति करता है | इसमें किण्वन के दौरान अल्कोहल उत्पन्न होता है | यह अल्कोहल दवा के शरीर में सही से और जल्दी अवशोषण में मदद करता है |                                Like us on Facebok

युगवेदा अंगूरासव के प्रमुख घटक (Ingredients of Yugveda Angoorasav):-                                       Like us on Facebok
युगवेदा अंगूरासव को बनाने के लिए निम्न द्रव्यों (Ingredients) की जरूरत पड़ती है –
Each 1Ltr. Cont.
·       Lavang         syzgium aromaticum      1.2 gms.
·       Jai phal        myristica fragrans         1.2 gms.
·       Javitri          myristica frangrans        1.2 gms.
·       Nag keshar     messua ferrea            1.2 gms.
·       Kankol         piper                     1.2 gms.
·       Sheetal chini   piper cubeba             1.2 gms.
·       Pipal           piper longum             1.2 gms.
·       Pipla mool     piper longum             1.2 gms.
·       Renuka        calamus baratangensis    1.2 gms.
·       Elaichi         lesser cardamom         1.2 gms.
·       Akarkara       anacycluspyrethrum       1.2 gms.
·       Sonth          zingiber officinale         1.2 gms.
·       Kali mirch      piper nigrum              1.2 gms.
·       Mulethi         glycyrrhiza glabra         1.2 gms.
·       Ashwagandha   withania somnifera        1.2 gms.
·       Dal chini       cinnamomum zeylanicum  1.2 gms.
·       Satavar safed  asparagus racemosus 1.2 gms.
·       Safed musali   asparagus adscendens    1.2 gms.
·       Utanag beej                             1.2 gms.
·       Tej patta       cinnamomum tamala      1.2 gms.
·       Babool chhal   acacia Arabica           2.12 gms.
·       Kanchnar chhal bauhinia purpurea        2.12 gms.
·       Chhuhara      phoenix dactylifera        18 gms.
·       Supari                                    9 gms.
·       Pista           corylus avellana             9 gms.
·       Chironji        buchanania latifolia        18 gms.
·       Badam         prunus amygdalus         18 gms.
·       Angoor         vitis vinifera              181 gms.
·       Nashpati       pyrus pyrifolia            9 gms.
·       Apple          dorsett golden            9 gms.
·       Anar           punica granatum          9 gms.
·       Orange        citrus sinensis          54.5 gms.
·       Kesar          saffron                   4 gms.
·       Mushkdana     hibiscus abelmoschus linn 1 gms.
·       Dhay phool     woodfordia floribunda     181 gms.
·       Gur                                         q.s.



युगवेदा अंगूरासव के गुण (Properties of Yugveda Angoorasav )
·        आयुष्य – जीवनीय                           Like us on Facebok
·       कफहर – द्रव्य जो कफ को कम करे
·       छेदन – जमे हुये कफ को दूर करना
·       दीपन – भूख बढ़ाना
·       निद्राजनन – नींद लाने वाला
·       पित्तकर – पित्त बढ़ाना
·       पौष्टिक – पोषण देने वाला
·       बलवर्धक – ताकत बढ़ाता है
·       बल्य – ताकत देना
·       रूचिकारक – स्वाद बढ़ाना
·       वातहर - वात दोष को दूर करना
·       वीर्यवर्धक – वीर्य बढ़ाना
·       श्लेष्महर – कफ को दूर करना
·       हृदय – द्रव्य जो हृदय के लिए लाभप्रद है |
युगवेदा अंगूरासव के फायदे (Benefits of Yugveda Angoorasav):-
·       इसके सेवन से फेफड़ों में बलगम के उत्पादन को कम करने में मदद मिलती है |
·       इसके सेवन से सिर में भारीपन, साइनसाइटिस, खांसी, जुकाम, सर्दी, अस्थमा आदि में विशेष लाभ होता है |                                       Like us on Facebok
·       इसमें ब्रोंन्कोडायलेटर गुण है |
·       इसमें म्यूकोलाईटिक गुण है जिससे यह बलगम को ढीला करने में मदद करता है |
·       युगवेदा अंगूरासव को फेफड़ों के संक्रमण में ले सकते हैं |
·       यह फेफड़ों में हवा के प्रवाह में सुधार करता है |
·       यह वायुमार्ग में रूकावट दूर कर सांस लेना आसान करता है |
·       युगवेदा अंगूरासव के सेवन से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है |
·       यह सांस की नली में सूजन को कम करने में सहायक हो सकता है |
युगवेदा अंगूरासव के चिकित्सकीय उपयोग (Uses of Yugveda Angoorasav):-                                       Like us on Facebok
      युगवेदा अंगूरासव एक हैल्थ टॉनिक है जिसके सेवन से शरीर में ताकत आती है, भूख बढ़ती है और पाचन ठीक से होता है | यह भूख को उत्तेजित करता है | युगवेदा अंगूरासव को आम सर्दी – खांसी के लक्षणों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है | इसके सेवन से नाक जाम होना, नाक बहना, सांस लेने में कठिनाई, छींकने, माथे में भरी लगना, कफ बनना और सिरदर्द आदि लक्षणों में लाभ मिलता है |                          Like us on Facebok
·       अस्थमा
·       खांसी
·       गले में संक्रमण / गले के विकार
·       दुर्बलता
·       पुराने श्वसन रोग
·       भूख नहीं लगना
·       सूखी खांसी
सेवन विधि और मात्रा (How to Take & Doses)
·       यह आयुर्वेद का अरिष्ट है और इसे लेने की मात्रा 12-24 मिलिलीटर है |
·       इसे पानी की बराबर मात्रा के साथ लेना चाहिये |
·       इसे सुबह नाश्ते के बाद और रात्रि में भोजन के बाद लें |
·       इसे भोजन के 30 मिनट बाद, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें |
·       इसे 3 महीने या उससे अधिक समय तक लें |
·       या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें |
·       परिणाम सेवन के कुछ सप्ताह बाद मिलते हैं |

सावधानियाँ / साइड – इफ़ेक्ट्स / कब प्रयोग न करें (Cautions / Side-Effects / Contraindications)                 Like us on Facebok
      युगवेदा अंगूरासव प्रकृतिक रूप से होने वाली जड़ी-बूटियों और अर्क़ से बना होता है | यह दवा रसायनों से पूरी तरह से मुक्त होती है | यह 5 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित है | यह किसी भी गंभीर दुष्प्रभाव का कारण नहीं होता है | इसका प्रभाव अलग-अलग लोगों में अलग-अलग होता है |
·       इसका इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के आधार पर 1 से 2 महीने तक किया जा सकता है |
·       उम्र और ताकत पर विचार करते हुये और किसी वैद्य की विशेषज्ञ सलाह के साथ, दवा का उचित अनुपात में इस्तेमाल किया जाना चाहिए |
·       इस औषधि को केवल विशिष्ट समय अवधि के लिए निर्धारित खुराक में लें |
·       इसे ज्यादा मात्रा में न लें |
·       यह पित्त को बढ़ाता है इसलिए पित्त प्रकृति के लोग इसका सेवन सावधानी से करें |
·       इसे निर्धारित मात्रा में लें |
·       इसे खाली पेट न लें |
·       इसमें 5-10% self-generated अल्कोहल होता है |
·       दवा के सेवन के दौरान गरिष्ठ भोजन, घी, दूध, चीनी, चावल आदि का सेवन न करें |
·       नियमित व्यायाम करें |
·       निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है |
·       इसके सेवन से कुछ लोगों को पेट में जलन की समस्या हो सकती है |
·       इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें |
·       इसमें चीनी व अंगूर है इसलिए डायबिटीज़ में इसका सेवन न करें |
·       यदि दवा के सेवन से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हो तो इसका इस्तेमाल न करें |
·       अधिक मात्रा में सेवन पेट में जलन, एसिडिटी आदि समस्या कर सकता है |
भंडारण निर्देश :-                                     Like us on Facebok
·       सूखी जगह में स्टोर करें |
·       इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें |
युगवेदा अंगूरासव के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently Asked Questions About Yugveda Angoorasav )
1. यह किस चीज से बना है ?
- युगवेदा अंगूरासव कई आयुर्वेदिक चीजों का उपयोग करके बनाया गया है | इसके अलावा इसमें 5 से 10% तक self-generated-alcohol भी होता है | युगवेदा अंगूरासव के घटकों के बारे में जानने के लिए ऊपर दी गई चीजों की सूची देख सकते हैं |
2. क्या इस दवा को एलोपैथिक दवाओं के साथ ले सकते हैं ?
-हाँ, ले सकते हैं | लेकिन दवाओं के सेवन में कुछ घंटों का गैप रखें |
3. क्या इस दवा को होम्योपैथिक दवा के साथ ले सकते हैं ?
-ले तो सकते हैं लेकिन इससे हो सकता है कि दोनों ही दवाएं काम नहीं करें | इसलिए दवा के असर को देखना जरूरी है |                                        Like us on Facebok
4. अपनी हालत में सुधार के लिए मुझे कितने समय तक युगवेदा अंगूरासव को लेने कि आवश्यकता है ?
-युगवेदा अंगूरासव का उपयोग कई महीनों तक किया जा सकता है | लेकिन इस आयुर्वेदिक दवा का सेवन करने से पहले आपको एक योग्य डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए |
5. युगवेदा अंगूरासव को दिन में कितनी बार लेने की आवश्यकता है ?
-युगवेदा अंगूरासव को बराबर मात्रा में पानी के साथ दिन में दो बार भोजन के बाद ले सकते हैं |
6.युगवेदा अंगूरासव का वात, पित्त या कफ पर क्या प्रभाव है ?
-वात कम करना |
-पित्त वृद्धि करना |
-कफ कम करना |
7. क्या एक मधुमेह व्यक्ति इसे ले सकता है ?
-यदि अनियंत्रित शुगर है तो इसका सेवन न करें | यदि शुगर नियंत्रण में है और कुछ मात्रा में मीठे का प्रयोग कर सकते हैं तो इसे भी लिया जा सकता है |
8. क्या स्तनपान कराने पर इसका कोई प्रभाव पड़ता है ?
-यदि आप स्तनपान कराने वाली माँ हैं तो आपको युगवेदा अंगूरासव के उपयोग से बचना चाहिए |
9. क्या यह बच्चों के लिए सुरक्षित है ?                           Like us on Facebok
-हाँ, इसे तय की गई खुराक के अनुसार दिया जाए तो यह बच्चों के लिए सुरक्षित है | नीचे इसकी तय की गई खुराक बताई गई है –
      1 से 3 साल की उम्र के लिए : दिन में एक या दो बार 2 मि.ली.
      3 से 7 साल की उम्र के लिए : दिन में एक या दो बार 5 मि.ली.
      7 से 12 साल की उम्र के लिए : दिन में एक या दो बार 10 मि.ली.
      12 से 18 साल की उम्र के लिए : दिन में एक या दो बार 15 मि.ली.
10. क्या गर्भावस्था पर इसका कोई प्रभाव पड़ता है ?
-गर्भावस्था के दौरान युगवेदा अंगूरासव लेने से बचना उचित है |              Like us on Facebok

विवरण:-

उत्पादक
युगवेदा
वजन
450ml.
मूल्य
132.00




टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

संधि रक्षक कैप्सूल्स (Sandhi Rakshak Pain Killer Capsules)

शहंशाही आलम सीरप ( Shahenshahi Alam Syrup )