युगवेदा अशोकारिष्ट (Yugveda Ashokarishta)
युगवेदा अशोकारिष्ट
युगवेदा अशोकारिष्ट स्त्रियों में होने
वाले सभी रोगों की शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा है जिसके मुख्य घटक हैं स्वयं उत्पन्न
शराब और अशोक वृक्ष की छाल | यह श्वेत प्रदर, मासिक में दर्द, मासिक की हर समस्या, कष्टार्तव, बेकार गर्भाशय रक्तस्राव, अरूचि, प्रमेह, शोथ, रक्त प्रदर और महिला
हार्मोनल असंतुलन के लिए सबसे लोकप्रिय दवा है | रक्त प्रदर का कारण
हॉर्मोन्स का असंतुलन है जो पित्त की अधिकता के कारण होता है |रक्त प्रदर के कारण
शरीर से खून का ह्रास होता है जिससे खून की कमी, सिरदर्द, कमज़ोरी, बेचैनी, नींद ना आना जैसी
समस्याएँ हो जाती है | युगवेदा अशोकारिष्ट एक टॉनिक है जो इन
सभी समस्याओं में फ़ायदेमंद है |
युगवेदा अशोकारिष्ट के लाभ (Benefits of Yugveda Ashokarishta) :-
Ø युगवेदा अशोकारिष्ट एक प्रसिद्ध गर्भाशय
टॉनिक है जो विशेष रूप से अतिरिक्त खून बहने और पेट दर्द के लिए प्रयोग किया जाता है
|
Ø यह एक बहुत ही प्रसिद्ध आयुर्वेदिक फ़ॉर्मूला है जो सभी प्रकार
के मासिक धर्म सम्बन्धी विकार के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है |
Ø युगवेदा अशोकारिष्ट एक गर्भाशय टॉनिक
के रूप में गर्भाशय में ऐंठन, गर्भपात, अनियमित मासिक धर्म चक्र, पेट दर्द और कष्टार्तव
में उपयोगी है |
Ø युगवेदा अशोकारिष्ट मूत्र के प्रवाह
को प्रोत्साहित करता है और पेशाब के समय दर्द को कम करने में मदद करता है |
Ø जो महिलायें इनफर्टिलिटी की समस्या से ग्रसित हैं, उन्हें कुछ समय महीने
युगवेदा अशोकारिष्ट का सेवन करना चाहिए |
Ø युगवेदा अशोकारिष्ट का सेवन त्रिदोष
नाशक है जो वात , पित्त और कफ तीनों
को ही संतुलित करता है |
युगवेदा अशोकारिष्ट उपयोग करने का तरीका (Uses & Dose of Yugveda Ashokarishta) :- युगवेदा अशोकारिष्ट के चार चम्मच दिन में दो बार भोजन
के बाद पानी की बराबर मात्रा के साथ लेने चाहिए | अथवा इसका सेवन चिकित्सक
के परामर्श के अनुसार किया जाए |
युगवेदा अशोकारिष्ट के फायदे और चिकित्सीय
उपयोग (Benefits And Therapeutic Uses of Yugveda
Ashokarishta) :-
Ø मासिक धर्म के दौरान दर्द (Dysmenorrhea)
Ø मासिक में रुकावट
(Amenorrhea)
Ø जननांग में दर्द (Pain in
Female Genital Tract)
Ø पीठ में दर्द (Backache)
Ø हाथ पैर में जलन (Burning
Sensation in The Legs And Feet)
Ø रक्त प्रदर
(Metrorrhagia)
Ø सफेद पानी / ल्यूकोरिया (Leucorrhoea)
Ø बुखार(Fever), रक्त पित्त(Bleeding Disorders), अर्श (Piles)
Ø
अपच (Indigestion)
Ø बहुमूत्रता, सूजन(Inflammation),
खून की कमी
युगवेदा अशोकारिष्ट के दुष्प्रभाव (Side Effect of Yugveda Ashokarishta) :-
Ø युगवेदा अशोकारिष्ट अधिकांश महिलाओं
के लिए काफ़ी सुरक्षित है | कुछ महिलाओं को इसे लेने के बाद जलन महसूस हो सकती है, लेकिन यह प्रभाव केवल
अम्लता (एसिडिटी) से पीड़ित महिलाओं में होता है |
Ø युगवेदा अशोकारिष्ट के सबसे आम दुष्प्रभाव
हैं- विलंबित मासिक धर्म, मासिक धर्म में रक्त के प्रवाह की कमी, मासिक धर्म न होना
|
युगवेदा अशोकारिष्ट निषेध (Contraindications of Yugveda Ashokarishta) :-
Ø युगवेदा अशोकारिष्ट का हॉर्मोन के स्तर
पर प्रभाव पड़ सकता है जो गर्भावस्था के लिए प्रतिकूल हो सकता है | इसलिए गर्भवती महिलाओं को इसके प्रयोग से बचना चाहिए |
Ø स्तनपान कराने वाली माताएँ
युगवेदा अशोकारिष्ट ले सकती है अगर वे भारी खून
बहना, श्वेत प्रदर जैसी
बीमारियों का अनुभव करें |इसका स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव
नहीं होना चाहिए | इसके साथ ही इसमें
कैल्शियम अच्छी मात्रा में होता है जो हड्डियों और जोड़ों के इष्टतम स्वास्थ्य को बढ़ावा
देता है |
युगवेदा अशोकारिष्ट अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently Asked Questions About Yugveda Ashokarishta) :-
1. अपने स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए मुझे युगवेदा अशोकारिष्ट का उपयोग कितने समय तक करना चाहिए?
हमारे उपयोगकर्ता बताते
हैं कि युगवेदा अशोकारिष्ट से दो हफ्ते में स्थिति
में सुधार आ जाता है | किन्तु हर किसी की स्थिति में फ़र्क़ होता है इसलिए युगवेदा
अशोकारिष्ट के इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें |
2. युगवेदा
अशोकारिष्ट को दिन में कितनी बार लेने की आवश्यकता है?
आमतौर पर युगवेदा अशोकारिष्ट का सेवन दिन में दो बार किया जाता
है | परन्तु हर व्यक्ति
को अपनी ज़रूरत के हिसाब से डॉक्टर के परामर्श के बाद ही युगवेदा
अशोकारिष्ट कितनी बार लेनी है तय करना चाहिए |
3. युगवेदा
अशोकारिष्ट को खाली पेट लेना चाहिए या भोजन से पहले या भोजन के बाद?
भोजन के बाद युगवेदा अशोकारिष्ट को लेना ज़्यादा उचित माना जाता है
| किन्तु हर किसी की
स्थिति में फ़र्क़ होता है इसलिए युगवेदा अशोकारिष्ट
के इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें |
4. क्या यह दवा आदत या लत बन सकती है?
ज़्यादातर दवाईयाँ
आदत या लत नहीं बनती | जो दवायें संभवतया
लत बन सकती हैं उन्हें भारत सरकार द्वारा अनुसूची ह या जे में शामिल कर दिया गया है
| यह नियंत्रित पदार्थों
की सूची है |डॉक्टर के निर्देशन
में कोई भी दवाई का सेवन शुरू करें |
5. क्या युगवेदा
अशोकारिष्ट को लेना एकदम से रोका जा सकता है या इसे धीरे धीरे लेना रोकना चाहिए?
ऐसी कई दवाईयाँ है
जिन्हें एकदम से लेना रोक दें तो दिक्कत पैदा हो सकती है | युगवेदा
अशोकारिष्ट के इस्तेमाल को रोकने के बारे में डॉक्टर से सलाह ज़रूर करें
|
6. क्या युगवेदा
अशोकारिष्ट का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
हर महिला की स्थिति
अलग होती है इसलिए युगवेदा अशोकारिष्ट को लेने
से पहले डॉक्टर से ज़रूर पूछें |
7. क्या युगवेदा
अशोकारिष्ट का सेवन स्तनपान की अवधि के दौरान सुरक्षित है?
अपने डॉक्टर से इसके
बारे मैं सलाह करें |
अशोकारिष्ट के फायदे बताने के लिए सुक्रिया. अशोकारिष्ट के औषधीय गुण के कारण ही लोग इसका सेवन करते हैं. यह हमें हृष्ट पुष्ट रखता हैं.
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