बवासीर का दर्द अब बीते कल की बात - जानिए 'अर्श शमन सिरप' का चमत्कारी असर
✅ 'अर्श
शमन सिरप' क्यों है बवासीर के लिए सबसे बेहतर समाधान?
1. खूनी
और बादी बवासीर – दोनों के लिए असरदार:
इस सिरप में मौजूद जड़ी-बूटियाँ जैसे
हरड़, नीम, गिलोय, नागकेसर और चिरायता, मस्सों
को सूखा कर रक्तस्राव को रोकती हैं और तुरंत राहत प्रदान करती हैं। चाहे मस्से खून
वाले हों या सिर्फ सूजन वाले, यह सिरप दोनों पर काम करता है।
2. खून
का रिसाव बंद करके राहत दे:
बवासीर में अक्सर मलत्याग के समय खून
आता है जो मरीज को कमजोर और डरपोक बना देता है। अर्श शमन सिरप खून के रिसाव को
रोकने में अत्यंत कारगर सिद्ध होता है।
3. बिना
ऑपरेशन, प्राकृतिक इलाज:
आजकल बवासीर के इलाज के नाम पर सर्जरी
को एकमात्र उपाय बताया जाता है। लेकिन आयुर्वेद में इसका इलाज बिना किसी ऑपरेशन के
संभव है। यह सिरप इसी सिद्धांत पर आधारित है – जड़ी-बूटियों
की शक्ति से मस्सों को जड़ से खत्म करना।
4. पहली
ही खुराक से असरदार:
इस सिरप की सबसे खास बात यह है कि कई
रोगियों को पहली ही खुराक में आराम महसूस होता है। नियमित सेवन से यह समस्या हमेशा
के लिए जड़ से खत्म हो सकती है।
✅ 'अर्श शमन सिरप' कैसे करता है असरदार इलाज?
यह सिरप विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों से मिलकर बना है, जिनका बवासीर में अलग-अलग तरह से उपयोग होता है। नीचे हम इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं:
🌿 मुख्य घटक और उनके उपयोग (Ingredients & Their Benefits in Piles):
1. हरड़ (Haritaki - Terminalia Chebula)
· कब्ज दूर करता है, जिससे मल त्याग आसान होता है।
· आंतों की सफाई करता है और सूजन को कम करता है।
· बवासीर के मूल कारणों को जड़ से खत्म करता है।
2. नीम (Neem - Azadirachta Indica)
· नीम एक बेहतरीन एंटीसेप्टिक है।
· बवासीर के घावों को ठीक करता है और संक्रमण नहीं होने देता।
· खून को शुद्ध करता है, जिससे आंतरिक सूजन कम होती है।
3. जीमीकंद (Jimikand - Amorphophallus Campanulatus)
· बवासीर में उपयोग की जाने वाली प्रमुख औषधियों में से एक।
· सूजन और मस्सों को छोटा करने में मदद करता है।
· बादी बवासीर के लिए अत्यंत प्रभावी।
4. गिलोय (Giloy - Tinospora Cordifolia)
· रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
· शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।
· आंतरिक सूजन को शांत करता है।
5. नागरमोथा (Cyperus Rotundus)
· पेट की गैस, अपच और सूजन को ठीक करता है।
· मस्सों के आकार को कम करता है।
6. दरूहल्दी (Berberis Aristata)
· बवासीर में रक्तस्राव को रोकने में सहायक।
· एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर।
7. चित्रक मूल (Plumbago Zeylanica)
· आंतों की गति सुधारता है और कब्ज दूर करता है।
· बवासीर की जलन और दर्द को कम करता है।
8. निसोत (Operculina Turpethum)
· एक नैचुरल रेचक (laxative) है।
· मल त्याग को आसान बनाकर आंतों पर दबाव को कम करता है।
9. गुलाब फूल (Rosa Centifolia)
· शरीर को ठंडक प्रदान करता है।
· जलन और दर्द में राहत देता है।
10. नागकेसर (Mesua Ferrea)
· खूनी बवासीर में विशेष उपयोगी।
· खून का बहाव रोकता है और मस्सों को सूखाता है।
11. हींग (Asafoetida)
· गैस और अपच में राहत।
· पेट की सूजन कम करता है, जिससे बवासीर की तकलीफ घटती है।
🩸 'अर्श शमन सिरप' के प्रमुख लाभ:
✔️ खूनी एवं बादी बवासीर दोनों में उपयोगी
✔️ बिना ऑपरेशन के इलाज
✔️ मस्सों को सूखा कर दर्द और जलन में राहत
✔️ पहली खुराक से असर दिखाई देना शुरू
✔️ पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित
🔬 कैसे करें सेवन?
- प्रतिदिन 5 से
10 मिली सिरप, दिन
में दो या तीन बार लें।
- डॉक्टर की सलाह अनुसार भी खुराक ली जा सकती है।
- प्रयोग से पहले अच्छी तरह हिलाएं।
⚠️ सावधानियाँ:
- उपयोग से पहले लेबल अवश्य पढ़ें।
- गर्भवती महिलाएं या अन्य कोई गंभीर बीमारी से पीड़ित
व्यक्ति डॉक्टर से परामर्श लें।
- बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- परिणाम व्यक्ति विशेष पर निर्भर करते हैं।
📞 उपलब्धता और संपर्क:
Meenakshi
Herbals द्वारा निर्मित यह सिरप देशभर में उपलब्ध है। ऑर्डर देने या
जानकारी के लिए संपर्क करें:
🪑 क्यों ना इस बार बवासीर का इलाज मज़बूती से किया जाए?
बवासीर कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, लेकिन इसके इलाज में देरी करना इसे और अधिक जटिल बना सकता है।
अर्श शमन सिरप के साथ अब दर्द, खून और जलन से पाएं राहत – और वो भी बिना किसी ऑपरेशन के।
अब ना कांटों पर बैठना पड़ेगा, ना ही बाथरूम जाना एक डर होगा। प्राकृतिक औषधियों से बनी ये
अनमोल औषधि दे आपकी जिंदगी को राहत और सुकून।
🔖 निष्कर्ष:
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